बल गर
ए. कान्छा !!!
बल गर है,
बल गर बाबु बल गर
बल गर बाबु बल गर
छल गर
छल गर बाबु छल गर
छल गर बाबु छल गर ।
देशको रगत चुस्नलाई
शासक बनी घुस्नलाई
बल गर बाबु बल गर
छल गर बाबु छल गर ।
यौटाले भेला बोलाऊ
ख्वाऊ मासु पुलाऊ
नुनको सोझो गराऊ
तेलको मालिस लगाऊ
बल गर बाबु बल गर
छल गर बाबु छल गर ।
अर्कोले भेला रोकिद्यौ
सकेसम्म ठोकिद्यौ
बल गर बाबु बल गर
छल गर बाबु छल गर ।
रूखमा हेर त फूल छैन
फुलेन कैल्यै फल्दैन
बूढो रुख ढालिद्यौ
काट्कुट् पारी फालिद्यौ
बल गर बाबु बल गर
छल गर बाबु छल गर ।
नयाँ वानेश्वर, काठमाडौं